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Language of love: A library educator’s experiences with Rainbow Girls and Rainbow Boys
Rituparna is a professional social worker and a library educator with an experience of working with children,…
बाल साहित्य में ‘रंग और चौखटे व रेखाओं’ का चितेरा
मैं खुद को बालहंस की पीढ़ी का पाठक मानता हूँ। उससे पहले पराग पत्रिका की चर्चा थी। कुछेक अंक देखने का मौक़ा मिला था। बाल एवं किशोर पाठकों को विभिन्न…
मैं योग्यता इसरानी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय अलियाबाद, निवाई (टोंक) में कार्यरत हूँ। पुस्तकालय से जुड़ा अपना एक अनुभव मैं साझा करना चाहूंगी। यह उन…
मेरी नजर में विद्यालय के भीतर एक खूबसूरत गार्डन और एक जीवंत पुस्तकालय होना निहायत जरूरी है। देश के सरकारी स्कूलों में अक्सर इन दोनों बातों…
Library: A place to begin and a place to be
Libraries have always been a comforting place for me. When I think deeper about what made them comfortable, it is …
2021 में जब भीली लोक शैली की चित्रकार,भूरी बाई जी को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया था तब से ही मेरे मन में यह इच्छा थी कि उनके किए कार्यों को…